किरातार्जुनीयम् — 15.53
Original
Segmented
सम्पश्यताम् इति शिवेन वितायमानम् लक्ष्मीवतः क्षितिपतेस् तनयस्य वीर्यम् अङ्गान्य् अभिन्नम् अपि तत्त्व-विदाम् मुनीनाम् रोमाञ्चम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सम्पश्यताम् | संदृश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
इति | इति | pos=i |
शिवेन | शिव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वितायमानम् | वितन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
लक्ष्मीवतः | लक्ष्मीवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
क्षितिपतेस् | क्षितिपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तनयस्य | तनय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अङ्गान्य् | अङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अभिन्नम् | अभिन्न | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
विदाम् | विद् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
मुनीनाम् | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
रोमाञ्चम् | रोमाञ्च | pos=n,g=m,c=2,n=s |