किरातार्जुनीयम् — 14.51
Original
Segmented
विमुक्तम् आशंस्-शत्रु-निर्जयैः अनेकम् एक-अवसरम् वनेचरैः स निर्जघान आयुधम् अन्तरा शरैः क्रिया-फलम् काल इव अतिपातितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विमुक्तम् | विमुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
आशंस् | आशंस् | pos=va,comp=y,f=part |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
निर्जयैः | निर्जय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अनेकम् | अनेक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
एक | एक | pos=n,comp=y |
अवसरम् | अवसर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वनेचरैः | वनेचर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निर्जघान | निर्हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आयुधम् | आयुध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अन्तरा | अन्तरा | pos=i |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
क्रिया | क्रिया | pos=n,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
काल | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अतिपातितः | अतिपातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |