किरातार्जुनीयम् — 14.48
Original
Segmented
त्रयीम् ऋतूनाम् अनिल-आशिनः सतः प्रयाति पोषम् वपुषि प्रहृष्यतः रणाय जिष्णोः विदुषा इव स त्वरम् घन-त्वम् ईये शिथिलेन वर्मणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रयीम् | त्रयी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ऋतूनाम् | ऋतु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अनिल | अनिल | pos=n,comp=y |
आशिनः | आशिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
सतः | सत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्रयाति | प्रया | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पोषम् | पोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वपुषि | वपुस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रहृष्यतः | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
रणाय | रण | pos=n,g=m,c=4,n=s |
जिष्णोः | जिष्णु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विदुषा | विद्वस् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
स | स | pos=i |
त्वरम् | त्वरा | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घन | घन | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ईये | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शिथिलेन | शिथिल | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वर्मणा | वर्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |