किरातार्जुनीयम् — 14.40
Original
Segmented
महा-ऋषभ-स्कन्धम् अनून-कन्धरम् बृहत्-शिला-वप्र-घनेन वक्षसा समुज्जिहीर्षुम् जगतीम् महा-भराम् महावराहम् महतो ऽर्णवाद् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,comp=y |
स्कन्धम् | स्कन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनून | अनून | pos=a,comp=y |
कन्धरम् | कंधर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
वप्र | वप्र | pos=n,comp=y |
घनेन | घन | pos=a,g=n,c=3,n=s |
वक्षसा | वक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
समुज्जिहीर्षुम् | समुज्जिहीर्षु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
जगतीम् | जगती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
भराम् | भर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महावराहम् | महावराह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महतो | महत् | pos=a,g=m,c=5,n=s |
ऽर्णवाद् | अर्णव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |