किरातार्जुनीयम् — 14.4
Original
Segmented
भवन्ति ते सभ्यतमा विपश्चिताम् मनोगतम् वाचि निवेशयन्ति ये नयन्ति तेष्व् अप्य् उपपद्-नैपुणाः गम्भीरम् अर्थम् कतिचित् प्रकाश-ताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सभ्यतमा | सभ्यतम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विपश्चिताम् | विपश्चित् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
मनोगतम् | मनोगत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाचि | वाच् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
निवेशयन्ति | निवेशय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नयन्ति | नी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तेष्व् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अप्य् | अपि | pos=i |
उपपद् | उपपद् | pos=va,comp=y,f=part |
नैपुणाः | नैपुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गम्भीरम् | गम्भीर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कतिचित् | कतिचिद् | pos=i |
प्रकाश | प्रकाश | pos=n,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |