किरातार्जुनीयम् — 14.35
Original
Segmented
ततः स दर्पम् प्रतनुम् तपस्यया मद-स्रुति-क्षामम् इव एक-वारणम् परिज्वलन्तम् निधनाय भूभृताम् दहन्तम् आशा इव जातवेदसम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | स | pos=i |
दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतनुम् | प्रतनु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तपस्यया | तपस्य | pos=a,g=f,c=3,n=s |
मद | मद | pos=n,comp=y |
स्रुति | स्रुति | pos=n,comp=y |
क्षामम् | क्षाम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
एक | एक | pos=n,comp=y |
वारणम् | वारण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिज्वलन्तम् | परिज्वल् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
निधनाय | निधन | pos=n,g=n,c=4,n=s |
भूभृताम् | भूभृत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दहन्तम् | दह् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
आशा | आशा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
जातवेदसम् | जातवेदस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |