किरातार्जुनीयम् — 14.25
Original
Segmented
मया मृगान् हन्तुः अनेन हेतुना विरुद्धम् आक्षेप-वचः तितिक्षितम् शर-अर्थम् एष्यत्य् अथ लप्स्यते गतिम् शिरोमणिम् दृष्टिविषाज् जिघृक्षतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हन्तुः | हन्तृ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हेतुना | हेतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विरुद्धम् | विरुध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
आक्षेप | आक्षेप | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तितिक्षितम् | तितिक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शर | शर | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एष्यत्य् | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
अथ | अथ | pos=i |
लप्स्यते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शिरोमणिम् | शिरोमणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्टिविषाज् | दृष्टिविष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
जिघृक्षतः | जिघृक्षय् | pos=va,g=m,c=5,n=s,f=part |