किरातार्जुनीयम् — 14.15
Original
Segmented
मृगान् विनिघ्नन् मृगयुः स्व-हेतुना कृत-उपकारः कथम् इच्छताम् तपः कृपा इति चेद् अस्तु मृगः क्षतः क्षणाद् अनेन पूर्वम् न मया इति का गतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विनिघ्नन् | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मृगयुः | मृगयु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
हेतुना | हेतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
उपकारः | उपकार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
इच्छताम् | इष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृपा | कृपा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
चेद् | चेद् | pos=i |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मृगः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षतः | क्षन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्षणाद् | क्षण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
न | न | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
इति | इति | pos=i |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |