किरातार्जुनीयम् — 14.13
Original
Segmented
वन-आश्रयाः कस्य मृगाः परिग्रहाः शृणाति यस् तान् प्रसभेन तस्य ते प्रहीयताम् अत्र नृपेण मानिन्-ता न मानिन्-ता च अस्ति भवन्ति च श्रियः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वन | वन | pos=n,comp=y |
आश्रयाः | आश्रय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मृगाः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परिग्रहाः | परिग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शृणाति | शृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रसभेन | प्रसभ | pos=a,g=n,c=3,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रहीयताम् | प्रहा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अत्र | अत्र | pos=i |
नृपेण | नृप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मानिन् | मानिन् | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
मानिन् | मानिन् | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
श्रियः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |