किरातार्जुनीयम् — 14.10
Original
Segmented
अतीत-संख्याः विहिता मे अग्निना शिला-मुखाः खाण्डवम् अत्तुम् इच्छता अन् आदृतस्य अमर-सायकेषु अपि स्थिता कथम् शैल-जन-आशुगे धृतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतीत | अती | pos=va,comp=y,f=part |
संख्याः | संख्या | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विहिता | विधा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अग्निना | अग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
मुखाः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
खाण्डवम् | खाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अत्तुम् | अद् | pos=vi |
इच्छता | इष् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
अन् | अन् | pos=i |
आदृतस्य | आदृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अमर | अमर | pos=n,comp=y |
सायकेषु | सायक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
स्थिता | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
आशुगे | आशुग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |