किरातार्जुनीयम् — 13.69
Original
Segmented
आत्मनीनम् उपतिष्ठते गुणाः सम्भवन्ति विरमन्ति च आपद् इत्य् अनेक-फल-भाजि मा स्म भूद् अर्थि-ता कथम् इव आर्य-संगमे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आत्मनीनम् | आत्मनीन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
उपतिष्ठते | उपस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गुणाः | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सम्भवन्ति | सम्भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विरमन्ति | विरम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
आपद् | आपद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
इत्य् | इति | pos=i |
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
फल | फल | pos=n,comp=y |
भाजि | भाज् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
मा | मा | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
भूद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun_unaug |
अर्थि | अर्थिन् | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
इव | इव | pos=i |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
संगमे | संगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |