किरातार्जुनीयम् — 13.53
Original
Segmented
चञ्चलम् वसु नितान्तम् उन्नता मेदिनीम् अपि हरन्त्य् अरातयः भूधर-ष्ठिरम् उपेयम् आगतम् मा अवमंस्त सुहृदम् महीपतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चञ्चलम् | चञ्चल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वसु | वसु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नितान्तम् | नितान्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
उन्नता | उन्नम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मेदिनीम् | मेदिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
हरन्त्य् | हृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अरातयः | अराति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भूधर | भूधर | pos=n,comp=y |
ष्ठिरम् | स्थिर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
उपेयम् | उपे | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
मा | मा | pos=i |
अवमंस्त | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lun_unaug |
सुहृदम् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महीपतिम् | महीपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |