किरातार्जुनीयम् — 13.45
Original
Segmented
नूनम् अत्रभवतः शर-आकृतिम् सर्वथा अयम् अनुयाति सायकः सो ऽयम् इत्य् अनुपपन्न-संशयः कारितस् त्वम् अपथे पदम् यया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नूनम् | नूनम् | pos=i |
अत्रभवतः | अत्रभवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
शर | शर | pos=n,comp=y |
आकृतिम् | आकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अनुयाति | अनुया | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सायकः | सायक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इत्य् | इति | pos=i |
अनुपपन्न | अनुपपन्न | pos=a,comp=y |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कारितस् | कारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अपथे | अपथ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यया | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |