किरातार्जुनीयम् — 13.29
Original
Segmented
अ विवेक-वृथा श्रमौ इव अर्थम् क्षय-लोभौ इव संश्रि-अनुरागम् विजिगीषुम् इव अनय-प्रमादौ अवसादम् विशिखौ विनिन्यतुस् तम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अ | अ | pos=i |
विवेक | विवेक | pos=n,comp=y |
वृथा | वृथा | pos=i |
श्रमौ | श्रम | pos=n,g=m,c=1,n=d |
इव | इव | pos=i |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षय | क्षय | pos=n,comp=y |
लोभौ | लोभ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
इव | इव | pos=i |
संश्रि | संश्रि | pos=va,comp=y,f=part |
अनुरागम् | अनुराग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विजिगीषुम् | विजिगीषु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अनय | अनय | pos=n,comp=y |
प्रमादौ | प्रमाद | pos=n,g=m,c=1,n=d |
अवसादम् | अवसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विशिखौ | विशिख | pos=n,g=m,c=1,n=d |
विनिन्यतुस् | विनी | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |