Original

अविवेकवृथाश्रमाव् इवार्थं क्षयलोभाव् इव संश्रितानुरागम् ।विजिगीषुम् इवानयप्रमादाव् अवसादं विशिखौ विनिन्यतुस् तम् ॥

Segmented

अ विवेक-वृथा श्रमौ इव अर्थम् क्षय-लोभौ इव संश्रि-अनुरागम् विजिगीषुम् इव अनय-प्रमादौ अवसादम् विशिखौ विनिन्यतुस् तम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
विवेक विवेक pos=n,comp=y
वृथा वृथा pos=i
श्रमौ श्रम pos=n,g=m,c=1,n=d
इव इव pos=i
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
क्षय क्षय pos=n,comp=y
लोभौ लोभ pos=n,g=m,c=1,n=d
इव इव pos=i
संश्रि संश्रि pos=va,comp=y,f=part
अनुरागम् अनुराग pos=n,g=m,c=2,n=s
विजिगीषुम् विजिगीषु pos=a,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
अनय अनय pos=n,comp=y
प्रमादौ प्रमाद pos=n,g=m,c=1,n=d
अवसादम् अवसाद pos=n,g=m,c=2,n=s
विशिखौ विशिख pos=n,g=m,c=1,n=d
विनिन्यतुस् विनी pos=v,p=3,n=d,l=lit
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s