किरातार्जुनीयम् — 12.50
Original
Segmented
महिष-क्षत-अगुरु-तमाल-नलद-सुरभिः सदागतिः व्यस्त-शुक-निभ-शिला-कुसुमः प्रणुदन् ववौ वनसदाम् परिश्रमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
महिष | महिष | pos=n,comp=y |
क्षत | क्षन् | pos=va,comp=y,f=part |
अगुरु | अगुरु | pos=n,comp=y |
तमाल | तमाल | pos=n,comp=y |
नलद | नलद | pos=n,comp=y |
सुरभिः | सुरभि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सदागतिः | सदागति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यस्त | व्यस्त | pos=a,comp=y |
शुक | शुक | pos=n,comp=y |
निभ | निभ | pos=a,comp=y |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
कुसुमः | कुसुम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रणुदन् | प्रणुद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ववौ | वा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वनसदाम् | वनसद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
परिश्रमम् | परिश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |