किरातार्जुनीयम् — 12.47
Original
Segmented
चमरी-गणैः गण-बलस्य बलवति भये ऽप्य् उपस्थिते वंश-विततीषु विषक्त-पृथु-प्रिय-बाल-वालधि आददे धृतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चमरी | चमरी | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
गण | गण | pos=n,comp=y |
बलस्य | बल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
बलवति | बलवत् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
उपस्थिते | उपस्था | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
वंश | वंश | pos=n,comp=y |
विततीषु | वितति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
विषक्त | विषञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
पृथु | पृथु | pos=a,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
बाल | बाल | pos=a,comp=y |
वालधि | वालधि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आददे | आदा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |