किरातार्जुनीयम् — 12.40
Original
Segmented
इति तान् उदारम् अनुनीय विषम-हरिचन्दन-आलि घर्म-जनित-पुलकेन लसत्-गज-मौक्तिक-आवली-गुणेन वक्षसा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उदारम् | उदार | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अनुनीय | अनुनी | pos=vi |
विषम | विषम | pos=a,comp=y |
हरिचन्दन | हरिचन्दन | pos=n,comp=y |
आलि | आलि | pos=n,g=n,c=3,n=s |
घर्म | घर्म | pos=n,comp=y |
जनित | जनय् | pos=va,comp=y,f=part |
पुलकेन | पुलक | pos=n,g=n,c=3,n=s |
लसत् | लस् | pos=va,comp=y,f=part |
गज | गज | pos=n,comp=y |
मौक्तिक | मौक्तिक | pos=n,comp=y |
आवली | आवलि | pos=n,comp=y |
गुणेन | गुण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वक्षसा | वक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |