किरातार्जुनीयम् — 12.4
Original
Segmented
न पपात संनिहित-पक्ति-सुरभि फलेषु मानसम् तस्य शुचिनि शिशिरे च पयस्य् अमृतायते हि सु तपः सु कर्मणाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
पपात | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
संनिहित | संनिहित | pos=a,comp=y |
पक्ति | पक्ति | pos=n,comp=y |
सुरभि | सुरभि | pos=a,g=n,c=7,n=p |
फलेषु | फल | pos=n,g=n,c=7,n=p |
मानसम् | मानस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शुचिनि | शुचि | pos=a,g=n,c=7,n=s |
शिशिरे | शिशिर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
पयस्य् | पयस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अमृतायते | अमृताय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
सु | सु | pos=i |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |