किरातार्जुनीयम् — 12.20
Original
Segmented
ककुदे वृषस्य कृत-बाहुम् अकृश-परिणाह-शालिनि स्पर्श-सुखम् अनुभवन्तम् उमा-कुच-युग्म-मण्डले इव आर्द्र-चन्दने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ककुदे | ककुद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वृषस्य | वृष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
बाहुम् | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अकृश | अकृश | pos=a,comp=y |
परिणाह | परिणाह | pos=n,comp=y |
शालिनि | शालिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
स्पर्श | स्पर्श | pos=n,comp=y |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुभवन्तम् | अनुभू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उमा | उमा | pos=n,comp=y |
कुच | कुच | pos=n,comp=y |
युग्म | युग्म | pos=n,comp=y |
मण्डले | मण्डल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
आर्द्र | आर्द्र | pos=a,comp=y |
चन्दने | चन्दन | pos=n,g=n,c=7,n=s |