किरातार्जुनीयम् — 11.80
Original
Segmented
इत्य् उक्तवन्तम् परिरभ्य दोर्भ्याम् तनूजम् आविष्कृ-दिव्य-मूर्तिः अघ-उपघातम् मघवा विभूत्यै भवोद्भव-आराधनम् आदिदेश
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
उक्तवन्तम् | वच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
परिरभ्य | परिरभ् | pos=vi |
दोर्भ्याम् | दोस् | pos=n,g=,c=3,n=d |
तनूजम् | तनूज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आविष्कृ | आविष्कृ | pos=va,comp=y,f=part |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
मूर्तिः | मूर्ति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अघ | अघ | pos=n,comp=y |
उपघातम् | उपघात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मघवा | मघवन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विभूत्यै | विभूति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
भवोद्भव | भवोद्भव | pos=n,comp=y |
आराधनम् | आराधन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आदिदेश | आदिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |