किरातार्जुनीयम् — 11.68
Original
Segmented
अपहस्ये ऽथवा सद्भिः प्रमादो वा अस्तु मे धियः अस्थान-विहित-आयासः कामम् जिह्रेतु वा भवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपहस्ये | अपहस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=krtya |
ऽथवा | अथवा | pos=i |
सद्भिः | सत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
प्रमादो | प्रमाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धियः | धी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
अस्थान | अस्थान | pos=n,comp=y |
विहित | विधा | pos=va,comp=y,f=part |
आयासः | आयास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जिह्रेतु | ह्री | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
वा | वा | pos=i |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |