किरातार्जुनीयम् — 11.15
Original
Segmented
युयुत्सुना इव कवचम् किम् आमुक्तम् इदम् त्वया तपस्विनो हि वसते केवल-अजिन-वल्कले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युयुत्सुना | युयुत्सु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
कवचम् | कवच | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | किम् | pos=i |
आमुक्तम् | आमुच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
तपस्विनो | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
वसते | वस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
केवल | केवल | pos=a,comp=y |
अजिन | अजिन | pos=n,comp=y |
वल्कले | वल्कल | pos=n,g=n,c=7,n=s |