किरातार्जुनीयम् — 10.48
Original
Segmented
चिरम् अपि कलितान्य् अ पारय् परिगदितुम् परिशुष्यता मुखेन गत-घृण गमितानि सत्-सखी नयन-युगैः समम् आर्द्र-ताम् मनांसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चिरम् | चिरम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
कलितान्य् | कलय् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
अ | अ | pos=i |
पारय् | पारय् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
परिगदितुम् | परिगद् | pos=vi |
परिशुष्यता | परिशुष् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
मुखेन | मुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
घृण | घृणा | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गमितानि | गमय् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
सखी | सखी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
नयन | नयन | pos=n,comp=y |
युगैः | युग | pos=n,g=n,c=3,n=p |
समम् | समम् | pos=i |
आर्द्र | आर्द्र | pos=a,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मनांसि | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |