किरातार्जुनीयम् — 10.35
Original
Segmented
प्रभवति न तदा परो विजेतुम् भवति जित-इन्द्रिय-ता यद् आत्म-रक्षा अवजि-भुवनः तथा हि लेभे सिततुरगे विजयम् न पुष्पमासः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
परो | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विजेतुम् | विजि | pos=vi |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
रक्षा | रक्षा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अवजि | अवजि | pos=va,comp=y,f=part |
भुवनः | भुवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
लेभे | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सिततुरगे | सिततुरग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विजयम् | विजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
पुष्पमासः | पुष्पमास | pos=n,g=m,c=1,n=s |