किरातार्जुनीयम् — 10.29
Original
Segmented
निचयिनि लवली-लता-विकासे जनयति लोध्र-समीरणे च हर्षम् विकृतिम् उपययौ न पाण्डु-सूनुः चलति नयान् न जिगीषताम् हि चेतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निचयिनि | निचयिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
लवली | लवली | pos=n,comp=y |
लता | लता | pos=n,comp=y |
विकासे | विकास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जनयति | जनय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
लोध्र | लोध्र | pos=n,comp=y |
समीरणे | समीरण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
हर्षम् | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विकृतिम् | विकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपययौ | उपया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
सूनुः | सूनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चलति | चल् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नयान् | नय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
जिगीषताम् | जिगीष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
हि | हि | pos=i |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |