Original

अथ कृतकविलोभनं विधित्सौ युवतिजने हरिसूनुदर्शनेन ।प्रसभम् अवततार चित्तजन्मा हरति मनो मधुरा हि यौवनश्रीः ॥

Segmented

अथ कृतक-विलोभनम् विधित्सौ युवति-जने हरिसूनु-दर्शनेन प्रसभम् अवततार चित्तजन्मा हरति मनो मधुरा हि यौवन-श्रीः

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
कृतक कृतक pos=a,comp=y
विलोभनम् विलोभन pos=n,g=n,c=2,n=s
विधित्सौ विधित्सु pos=a,g=m,c=7,n=s
युवति युवति pos=n,comp=y
जने जन pos=n,g=m,c=7,n=s
हरिसूनु हरिसूनु pos=n,comp=y
दर्शनेन दर्शन pos=n,g=n,c=3,n=s
प्रसभम् प्रसभम् pos=i
अवततार अवतृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
चित्तजन्मा चित्तजन्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
हरति हृ pos=v,p=3,n=s,l=lat
मनो मनस् pos=n,g=n,c=2,n=s
मधुरा मधुर pos=a,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
यौवन यौवन pos=n,comp=y
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s