किरातार्जुनीयम् — 1.38
Original
Segmented
पुरा अधिरूढः शयनम् महाधनम् विबोध्यसे यः स्तुति-गीति-मङ्गलैः अदभ्र-दर्भाम् अधिशय्य स स्थलीम् जहासि निद्राम् अशिवैः शिवा-रुतैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुरा | पुरा | pos=i |
अधिरूढः | अधिरुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शयनम् | शयन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महाधनम् | महाधन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विबोध्यसे | विबोधय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्तुति | स्तुति | pos=n,comp=y |
गीति | गीति | pos=n,comp=y |
मङ्गलैः | मङ्गल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अदभ्र | अदभ्र | pos=a,comp=y |
दर्भाम् | दर्भ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अधिशय्य | अधिशी | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्थलीम् | स्थली | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जहासि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
निद्राम् | निद्रा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अशिवैः | अशिव | pos=a,g=n,c=3,n=p |
शिवा | शिवा | pos=n,comp=y |
रुतैः | रुत | pos=n,g=n,c=3,n=p |