किरातार्जुनीयम् — 1.10
Original
Segmented
सखीन् इव प्रीति-युज् ऽनुजीविनः समान-मानान् सुहृदः च बन्धुभिः स संततम् दर्शयते गत-स्मयः कृता आधिपत्याम् इव साधु बन्धुताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सखीन् | सखि | pos=n,g=,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
युज् | युज् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
ऽनुजीविनः | अनुजीविन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समान | समान | pos=a,comp=y |
मानान् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुहृदः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
बन्धुभिः | बन्धु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संततम् | संतत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दर्शयते | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
स्मयः | स्मय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृता | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
आधिपत्याम् | आधिपत्य | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बन्धुताम् | बन्धुता | pos=n,g=f,c=2,n=s |