हंसदूतम् — 93
Original
Segmented
विशीर्ण-अङ्गीम् अन्तः व्रण-विलुठनात् उत्कलिकया परीताम् भूयस्या सततम् अपराग-व्यतिकराम् परिध्वंस्-आमोदाम् विरमय्-समस्त-अलि-कुतुकाम् विधो पाद-स्पर्शतः अपि सुखय राधा-कुमुदिनीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विशीर्ण | विशृ | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गीम् | अङ्ग | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
व्रण | व्रण | pos=n,comp=y |
विलुठनात् | विलुठन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
उत्कलिकया | उत्कलिका | pos=n,g=f,c=3,n=s |
परीताम् | परी | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
भूयस्या | भूयस् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
अपराग | अपराग | pos=n,comp=y |
व्यतिकराम् | व्यतिकर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
परिध्वंस् | परिध्वंस् | pos=va,comp=y,f=part |
आमोदाम् | आमोद | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विरमय् | विरमय् | pos=va,comp=y,f=part |
समस्त | समस्त | pos=a,comp=y |
अलि | अलि | pos=n,comp=y |
कुतुकाम् | कुतुक | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विधो | विधु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
स्पर्शतः | स्पर्श | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
सुखय | सुखय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राधा | राधा | pos=n,comp=y |
कुमुदिनीम् | कुमुदिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |