हंसदूतम् — 82
Original
Segmented
जनान् सिद्धादेशान् नमति भजते मान्त्रिक-गणान् विधत्ते शुश्रूषाम् अधिक-विनये न ओषधि-विदाम् त्वद्-ईक्षा-दीक्षायै परिचरति भक्ता गिरिसुताम् मनीषा हि व्यग्रा किम् अपि सुख-हेतुम् न मनुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनान् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सिद्धादेशान् | सिद्धादेश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
नमति | नम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भजते | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मान्त्रिक | मान्त्रिक | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विधत्ते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शुश्रूषाम् | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अधिक | अधिक | pos=a,comp=y |
विनये | विनय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
ओषधि | ओषधि | pos=n,comp=y |
विदाम् | विद् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
ईक्षा | ईक्षा | pos=n,comp=y |
दीक्षायै | दीक्षा | pos=n,g=f,c=4,n=s |
परिचरति | परिचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भक्ता | भक्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
गिरिसुताम् | गिरिसुता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मनीषा | मनीषा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
व्यग्रा | व्यग्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
हेतुम् | हेतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मनुते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |