हंसदूतम् — 81
Original
Segmented
नवीना इयम् सम्प्रति अकुशल-परीपाक-लहरिः नरीनर्ति स्मरम् सहचरी-चित्त-कुहरे जगत्-नेत्र-श्रेणी मधुर-मथुरायाम् निवसतः चिरात् आर्ता वार्ताम् अपि तव यत् एषा न लभते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नवीना | नवीन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सम्प्रति | सम्प्रति | pos=i |
अकुशल | अकुशल | pos=a,comp=y |
परीपाक | परीपाक | pos=n,comp=y |
लहरिः | लहरि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नरीनर्ति | नरीनर्त् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्मरम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सहचरी | सहचरी | pos=n,comp=y |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
कुहरे | कुहर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जगत् | जगन्त् | pos=n,comp=y |
नेत्र | नेत्र | pos=n,comp=y |
श्रेणी | श्रेणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मधुर | मधुर | pos=a,comp=y |
मथुरायाम् | मथुरा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
निवसतः | निवस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
चिरात् | चिरात् | pos=i |
आर्ता | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
वार्ताम् | वार्त्ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |