हंसदूतम् — 8
Original
Segmented
अमर्षात् प्रेम-ईर्ष्याम् सपदि दधती कंस-मथने प्रवृत्ता हंसाय खम् अभिलषितम् शंसितुम् असौ न तस्या दोषः अयम् यत् इह विहगम् प्रार्थितवती न कस्मिन् विस्रम्भम् दिशति हरि-भक्ति-प्रणयिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमर्षात् | अमर्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रेम | प्रेमन् | pos=n,comp=y |
ईर्ष्याम् | ईर्ष्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सपदि | सपदि | pos=i |
दधती | धा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
कंस | कंस | pos=n,comp=y |
मथने | मथन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रवृत्ता | प्रवृत् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
हंसाय | हंस | pos=n,g=m,c=4,n=s |
खम् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभिलषितम् | अभिलष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
शंसितुम् | शंस् | pos=vi |
असौ | अदस् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
दोषः | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
इह | इह | pos=i |
विहगम् | विहग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रार्थितवती | प्रार्थय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
कस्मिन् | क | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विस्रम्भम् | विस्रम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दिशति | दिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
भक्ति | भक्ति | pos=n,comp=y |
प्रणयिता | प्रणयित | pos=a,g=f,c=1,n=s |