हंसदूतम् — 69
Original
Segmented
अरिष्टेन आहूताः पशुप-सुदृशः यान्ति विपदम् तृनावर्ताक्रान्त्या रचयति चत्वर-चयः अमी व्योमीभूता व्रज-वसति-भूमि-परिसराः वहन्ते नः तापम् मुर-हरैः विदूरम् त्वयि गते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अरिष्टेन | अरिष्ट | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आहूताः | आह्वा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पशुप | पशुप | pos=n,comp=y |
सुदृशः | सुदृश् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विपदम् | विपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तृनावर्ताक्रान्त्या | रचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रचयति | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चत्वर | चत्वर | pos=n,comp=y |
चयः | चय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमी | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
व्योमीभूता | व्योमीभू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
व्रज | व्रज | pos=n,comp=y |
वसति | वसति | pos=n,comp=y |
भूमि | भूमि | pos=n,comp=y |
परिसराः | परिसर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वहन्ते | वह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
तापम् | ताप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मुर | मुर | pos=n,comp=y |
हरैः | हर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
विदूरम् | विदूर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |