हंसदूतम् — 66
Original
Segmented
नव-कमलिनी-पल्लव-कुलैः त्वया भूयो यस्याः कृतम् अहह संवर्धनम् अभूत् चिराद् ऊधोभारस्पुरणगरिमाक्रान्तजघना मुर-मथनैः सा इयम् मुरमथन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नव | नवन् | pos=n,comp=y |
कमलिनी | कमलिनी | pos=n,comp=y |
पल्लव | पल्लव | pos=n,comp=y |
कुलैः | कुल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
भूयो | भूयस् | pos=i |
यस्याः | यद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अहह | अहह | pos=i |
संवर्धनम् | संवर्धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
चिराद् | चिरात् | pos=i |
ऊधोभारस्पुरणगरिमाक्रान्तजघना | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मुर | मुर | pos=n,comp=y |
मथनैः | मथन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मुरमथन | कपिलिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |