हंसदूतम् — 63
Original
Segmented
कृष्णम् मदकलमरालीरतिकला पुरवधू-विभ्रम-भरैः तदा न अस्मान् ग्राम्याः श्रवण-पदवीम् तस्य गमयेः सुधा-पूर्णम् चेतः कथम् अपि न तक्रम् मृगयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृष्णम् | कृष्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मदकलमरालीरतिकला | यदि | pos=i |
पुरवधू | पुरवधू | pos=n,comp=y |
विभ्रम | विभ्रम | pos=n,comp=y |
भरैः | भर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ग्राम्याः | ग्राम्य | pos=a,g=f,c=2,n=p |
श्रवण | श्रवण | pos=n,comp=y |
पदवीम् | पदवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गमयेः | गमय् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
सुधा | सुधा | pos=n,comp=y |
पूर्णम् | पूर्ण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
तक्रम् | तक्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मृगयते | मृगय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |