हंसदूतम् — 54
Original
Segmented
विराजन्ते यस्य व्रज-शिशु-कुल-स्तेय-विकल-स्वयंभू-चूडा-अग्रैः लुलित-शिखराः पाद-नखराः क्षणम् यान् आलोक्य प्रकट-परमानन्द-विरसः स देवर्षिः मुक्तान् अपि तनुभृतः शोचति भृशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विराजन्ते | विराज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
व्रज | व्रज | pos=n,comp=y |
शिशु | शिशु | pos=n,comp=y |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
स्तेय | स्तेय | pos=n,comp=y |
विकल | विकल | pos=a,comp=y |
स्वयंभू | स्वयम्भु | pos=n,comp=y |
चूडा | चूडा | pos=n,comp=y |
अग्रैः | अग्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
लुलित | लुल् | pos=va,comp=y,f=part |
शिखराः | शिखर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
नखराः | नखर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आलोक्य | आलोकय् | pos=vi |
प्रकट | प्रकट | pos=a,comp=y |
परमानन्द | परमानन्द | pos=n,comp=y |
विरसः | विरस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवर्षिः | देवर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुक्तान् | मुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
तनुभृतः | तनुभृत् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भृशम् | भृशम् | pos=i |