हंसदूतम् — 45
Original
Segmented
घन-श्यामा भ्राम्यति उपरि हरि-हर्म्यस्य शिखिभिः कृत-स्तोत्रा मूढैः अगुरु-जनिता धूम-लतिका तद्-आलोकात् धीर स्फुरति तव चेद् मानस-रुचिः जितम् तर्हि स्वैरम् जन-सह निवास-प्रिय-तया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
घन | घन | pos=a,comp=y |
श्यामा | श्याम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
भ्राम्यति | भ्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
उपरि | उपरि | pos=i |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
हर्म्यस्य | हर्म्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
शिखिभिः | शिखिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
स्तोत्रा | स्तोत्र | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मूढैः | मुह् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
अगुरु | अगुरु | pos=n,comp=y |
जनिता | जनय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
धूम | धूम | pos=n,comp=y |
लतिका | लतिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
आलोकात् | आलोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
धीर | धीर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
स्फुरति | स्फुर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
चेद् | चेद् | pos=i |
मानस | मानस | pos=n,comp=y |
रुचिः | रुचि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
जितम् | जि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तर्हि | तर्हि | pos=i |
स्वैरम् | स्वैर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जन | जन | pos=n,comp=y |
सह | सह | pos=i |
निवास | निवास | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |