हंसदूतम् — 31
Original
Segmented
तृणावर्त-अराति विरह-दव-संतापित-तनोः सदा आभीरी-वृन्द-प्रणय-बहु-मानोन्नति-विदः प्रणेतव्यो नव्य-स्तबक-भर-संवर्धय्-शुचः त्वया वृन्दा-देव्याः परम-विनयात् वन्दन-विधिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तृणावर्त | तृणावर्त | pos=n,comp=y |
अराति | अराति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विरह | विरह | pos=n,comp=y |
दव | दव | pos=n,comp=y |
संतापित | संतापय् | pos=va,comp=y,f=part |
तनोः | तनु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
आभीरी | आभीरी | pos=n,comp=y |
वृन्द | वृन्द | pos=n,comp=y |
प्रणय | प्रणय | pos=n,comp=y |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मानोन्नति | मानोन्नति | pos=n,comp=y |
विदः | विद् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्रणेतव्यो | प्रणी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
नव्य | नव्य | pos=n,comp=y |
स्तबक | स्तबक | pos=n,comp=y |
भर | भर | pos=n,comp=y |
संवर्धय् | संवर्धय् | pos=va,comp=y,f=part |
शुचः | शुच् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
वृन्दा | वृन्दा | pos=n,comp=y |
देव्याः | देवी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
विनयात् | विनय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वन्दन | वन्दन | pos=n,comp=y |
विधिः | विधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |