हंसदूतम् — 15
Original
Segmented
बलाद् आक्रन्दन् तीर्थ-पथिकम् अक्रूर-मिलितम् विदूरतः आभीरी-ततीः अनुययौ येन रमणम् तम् आदौ पन्थानम् रचय चरितार्था भवतु ते विराजन्ती सर्व-उपरि परमहंस-स्थितिः इयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बलाद् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| आक्रन्दन् | आक्रन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
| पथिकम् | पथिक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अक्रूर | अक्रूर | pos=n,comp=y |
| मिलितम् | मिल् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| विदूरतः | विदूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| आभीरी | आभीरी | pos=n,comp=y |
| ततीः | तति | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| अनुययौ | अनुया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| रमणम् | रमण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आदौ | आदि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पन्थानम् | पथिन् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| रचय | रचय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| चरितार्था | चरितार्थ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भवतु | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| विराजन्ती | विराज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| उपरि | उपरि | pos=i |
| परमहंस | परमहंस | pos=n,comp=y |
| स्थितिः | स्थिति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |