चौरपञ्चाशिका — 49
Original
Segmented
अद्य अपि अहम् वर-वधू-सुरत-उपभोगम् जीवामि नान्यविधिनाटॄक्षणम् तद् भ्रातरो मरणम् एव हि दुःख-शान्त्यै विज्ञापयामि भवतस् त्वरितम् लुनीध्वम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वर | वर | pos=a,comp=y |
वधू | वधू | pos=n,comp=y |
सुरत | सुरत | pos=n,comp=y |
उपभोगम् | उपभोग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जीवामि | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
नान्यविधिनाटॄक्षणम् | अन्तरेण | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भ्रातरो | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=8,n=p |
मरणम् | मरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शान्त्यै | शान्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
विज्ञापयामि | विज्ञापय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भवतस् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
त्वरितम् | त्वरितम् | pos=i |
लुनीध्वम् | लू | pos=v,p=2,n=p,l=lot |