चौरपञ्चाशिका — 35
Original
Segmented
अद्य अपि ताम् नख-पदम् स्तन-मण्डले यद् दत्तम् मया आस्य-मधु-पान-विमोहितेन उद्भिद्-रोम-पुलकैः बहुभिः समन्ताज् जागर्ति रक्षति विलोकयति स्मरामि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नख | नख | pos=n,comp=y |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्तन | स्तन | pos=n,comp=y |
मण्डले | मण्डल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दत्तम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
आस्य | आस्य | pos=n,comp=y |
मधु | मधु | pos=n,comp=y |
पान | पान | pos=n,comp=y |
विमोहितेन | विमोहय् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
उद्भिद् | उद्भिद् | pos=va,comp=y,f=part |
रोम | रोमन् | pos=n,comp=y |
पुलकैः | पुलक | pos=n,g=n,c=3,n=p |
बहुभिः | बहु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
समन्ताज् | समन्तात् | pos=i |
जागर्ति | जागृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रक्षति | रक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विलोकयति | विलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्मरामि | स्मृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |