चौरपञ्चाशिका — 32
Original
Segmented
अद्य अपि मे निशि दिवाटॄहृदयम् पूर्ण-इन्दु-सुन्दर-मुखम् पूर्णेन्दुसुन्दरमुखम् मम लावण्य-निर्जित-रति-क्षति-काम-दर्पम् भूयः पुरः प्रतिपदम् न विलोक्यते यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
निशि | निश् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
दिवाटॄहृदयम् | दु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पूर्ण | पृ | pos=va,comp=y,f=part |
इन्दु | इन्दु | pos=n,comp=y |
सुन्दर | सुन्दर | pos=a,comp=y |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पूर्णेन्दुसुन्दरमुखम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मम | वल्लभा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
लावण्य | लावण्य | pos=n,comp=y |
निर्जित | निर्जि | pos=va,comp=y,f=part |
रति | रति | pos=n,comp=y |
क्षति | क्षति | pos=n,comp=y |
काम | काम | pos=n,comp=y |
दर्पम् | दर्प | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भूयः | भूयस् | pos=i |
पुरः | पुरस् | pos=i |
प्रतिपदम् | प्रतिपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
विलोक्यते | विलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |