Original

अद्यापि तां क्षितितले वरकामिनीनां सर्वाङ्गसुन्दरतया प्रथमैकरेखाम् शृङ्गारनाटकरसोत्तमपानपात्रीं कान्तां स्मरामि कुसुमायुधबाणखिन्नाम् ॥ २४ ॥

Segmented

अद्य अपि ताम् क्षिति-तले वर-कामिनी सर्व-अङ्ग-सुन्दर-तया प्रथम-एक-रेखाम् शृङ्गार-नाटक-रस-उत्तम-पान-पात्रीम् कान्ताम् स्मरामि कुसुमायुध-बाण-खिन्नाम्

Analysis

Word Lemma Parse
अद्य अद्य pos=i
अपि अपि pos=i
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
क्षिति क्षिति pos=n,comp=y
तले तल pos=n,g=n,c=7,n=s
वर वर pos=a,comp=y
कामिनी कामिनी pos=n,g=f,c=6,n=p
सर्व सर्व pos=n,comp=y
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
सुन्दर सुन्दर pos=a,comp=y
तया ता pos=n,g=f,c=3,n=s
प्रथम प्रथम pos=a,comp=y
एक एक pos=n,comp=y
रेखाम् रेखा pos=n,g=f,c=2,n=s
शृङ्गार शृङ्गार pos=n,comp=y
नाटक नाटक pos=n,comp=y
रस रस pos=n,comp=y
उत्तम उत्तम pos=a,comp=y
पान पान pos=n,comp=y
पात्रीम् पात्री pos=n,g=f,c=2,n=s
कान्ताम् कान्ता pos=n,g=f,c=2,n=s
स्मरामि स्मृ pos=v,p=1,n=s,l=lat
कुसुमायुध कुसुमायुध pos=n,comp=y
बाण बाण pos=n,comp=y
खिन्नाम् खिद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part