बोधिचर्यावतारः — 9.78
Original
Segmented
दुःख-हेतुः अहङ्कारः आत्म-मोहात् तु वर्धते ततस् अपि न निवृत् चेद् वरम् नैरात्म्य-भावना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
हेतुः | हेतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अहङ्कारः | अहंकार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
मोहात् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तु | तु | pos=i |
वर्धते | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ततस् | ततस् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
निवृत् | निवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
चेद् | चेद् | pos=i |
वरम् | वर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नैरात्म्य | नैरात्म्य | pos=n,comp=y |
भावना | भावना | pos=n,g=f,c=1,n=s |