बोधिचर्यावतारः — 9.76
Original
Segmented
यदि सत्त्वो न कस्य उपरि कृपा इति कृपेति कार्य-अर्थम् अभ्युपेतेन यो मोहेन प्रकल्पितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदि | यदि | pos=i |
सत्त्वो | सत्त्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपरि | उपरि | pos=i |
कृपा | कृपा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
कृपेति | चेद् | pos=i |
कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्युपेतेन | अभ्युपे | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मोहेन | मोह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रकल्पितः | प्रकल्पय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |