Original

यदि सत्त्वो न विद्येत कस्योपरि कृपेति चेत् कार्यार्थमभ्युपेतेन यो मोहेन प्रकल्पितः ॥

Segmented

यदि सत्त्वो न कस्य उपरि कृपा इति कृपेति कार्य-अर्थम् अभ्युपेतेन यो मोहेन प्रकल्पितः

Analysis

Word Lemma Parse
यदि यदि pos=i
सत्त्वो सत्त्व pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
कस्य pos=n,g=m,c=6,n=s
उपरि उपरि pos=i
कृपा कृपा pos=n,g=f,c=1,n=s
इति इति pos=i
कृपेति चेद् pos=i
कार्य कार्य pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
अभ्युपेतेन अभ्युपे pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
मोहेन मोह pos=n,g=m,c=3,n=s
प्रकल्पितः प्रकल्पय् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part