बोधिचर्यावतारः — 9.18
Original
Segmented
न छिनत्ति यथा आत्मानम् असि-धारा तथा मनः आत्म-भावम् यथा दीपः संप्रकाशयति इति चेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
छिनत्ति | छिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यथा | यथा | pos=i |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
असि | असि | pos=n,comp=y |
धारा | धारा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
दीपः | दीप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संप्रकाशयति | संप्रकाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
चेत् | चेद् | pos=i |