बोधिचर्यावतारः — 9.155
Original
Segmented
सर्वम् आकाश-संकाशम् परिगृह्णन्तु मद्विधाः प्रकुप्यन्ति प्रहृष्यन्ति कलह-उत्सव-हेतुभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आकाश | आकाश | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिगृह्णन्तु | परिग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
मद्विधाः | मद्विध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रकुप्यन्ति | प्रकुप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
प्रहृष्यन्ति | प्रहृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कलह | कलह | pos=n,comp=y |
उत्सव | उत्सव | pos=n,comp=y |
हेतुभिः | हेतु | pos=n,g=m,c=3,n=p |