बोधिचर्यावतारः — 9.15
Original
Segmented
प्रत्ययानाम् तु विच्छेदात् संवृत्य अपि न सम्भवः यदा न भ्रान्तिः अपि अस्ति माया केन उपलभ्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रत्ययानाम् | प्रत्यय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तु | तु | pos=i |
विच्छेदात् | विच्छेद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
संवृत्य | संवृ | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
सम्भवः | सम्भव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
न | न | pos=i |
भ्रान्तिः | भ्रान्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
माया | माया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उपलभ्यते | उपलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |