Original

यदि स्वभावदौर्गन्ध्याद् रागो नात्र शिवं ननु किमनर्थरुचिर्लोकस् तं गन्धेनानुलिम्पति ॥

Segmented

यदि स्वभाव-दौर्गन्ध्यात् रागः न अत्र शिवम् ननु किम् अनर्थ-रुचि लोकः तम् गन्धेन अनुलिम्पति

Analysis

Word Lemma Parse
यदि यदि pos=i
स्वभाव स्वभाव pos=n,comp=y
दौर्गन्ध्यात् दौर्गन्ध्य pos=n,g=n,c=5,n=s
रागः राग pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
अत्र अत्र pos=i
शिवम् शिव pos=n,g=n,c=1,n=s
ननु ननु pos=i
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अनर्थ अनर्थ pos=n,comp=y
रुचि रुचि pos=a,g=m,c=1,n=s
लोकः लोक pos=n,g=m,c=1,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
गन्धेन गन्ध pos=n,g=m,c=3,n=s
अनुलिम्पति अनुलिप् pos=v,p=3,n=s,l=lat