बोधिचर्यावतारः — 8.115
Original
Segmented
यथा आत्म-बुद्धिः अभ्यासात् स्व-काये अस्मिन् निरात्मके परेषु अपि तथा आत्मत्वम् किम् अभ्यासात् न जायते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अभ्यासात् | अभ्यास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
काये | काय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निरात्मके | निरात्मक | pos=a,g=m,c=7,n=s |
परेषु | पर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
आत्मत्वम् | आत्मत्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभ्यासात् | अभ्यास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |